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Thursday, 28 September 2017

महिलाओं में डिप्रेशन की एक वजह गर्भनिरोधक गोलियां भी है? | Ladies mein depression ki ek wajah garbhnirodhak tablets bhi hai?

Nature : IncredableNature : Its all about Nature (Natural Things,Its Real Facts,Love,Energy,Spirituality). Everything about Nature Which exists in this whole Universe. 

महिलाओं में डिप्रेशन की एक वजह गर्भनिरोधक गोलियां भी है? | Ladies mein depression ki ek wajah garbhnirodhak tablets bhi hai?

महिलाओं में डिप्रेशन की एक वजह गर्भनिरोधक गोलियां भी है? | Ladies mein depression ki ek wajah garbhnirodhak tablets bhi hai?

 

क्‍या आपने कभी किसी से ऐसा कहते सुना है कि गर्भनिरोधक गोलियों के सेवन के बाद से उसे बहुत ज्‍यादा टेंशन (too much stress after taking pregnancy pills) होने लगी है या उसे हमेशा डिप्रेस्‍ड फील होता है।  वैसे अगर किसी को ऐसी समस्‍या महसूस होती है तो ये सच भी हो सकता है। इन गोलियों के सेवन से शरीर में हारमोन्‍स में परिवर्तन (changes in hormones) होते हैं और इस वजह से मूड स्विंग हो जाता है। कई बार स्थिति बहुत ही खराब होने (sometime situation going bad) लगती है। इसके अलावा, कई महिलाओं को सिर दर्द (headache), थकान और बहुत ज्‍यादा चिंता में रहने, रोने आदि समस्‍याएं भी होने लगती हैं।
इन गोलियों के दो प्रकार के प्रतिकूल प्रभाव होते हैं जो कि महिला को परेशान (giving problem to womens) कर देते हैं। कई बार कुछ महिलाओं को इन गोलियों के सेवन से एलर्जी की शिकायत (allergy problem) भी होने लगती है।

कई महिलाओं को मासिक धर्म (monthly periods) के दौरान खून के थक्‍के और लिवर में समस्‍या (liver problem) भी हो जाती है। अगर किसी महिला को इनमें से कोई भी लक्षण महसूस होते हैं तो उसे तुंरत ही दवाईयों का सेवन रोक (stop taking medicines) देना चाहिए और अपने डॉक्‍टर से सम्‍पर्क (contact the doctor) करना चाहिए कि उसे किस प्रकार के गर्भ निरोध का इस्‍तेमाल करना चाहिए, ताकि उसे किसी प्रकार की कोई दिक्‍कत (no further problems) न हो।
इसके अलावा, कुछ महिलाओं को इन दवाईयों का सेवन करने से इमोशनली लो फील (feeling low in emotions) होता है और उन्‍हें कुछ भी काम करने का मन नहीं होता है। वैसे इन इवाओं का सेवन भी डॉक्‍टर की सलाह (ask doctor first before taking)  पर ही करना चाहिए।


रिसर्च से यह बात स्‍पष्‍ट हो चुकी है कि महिलाओं में इन दवाओं के सेवन से अवसाद (stress after eating these medicines) हो सकता है। इसे लिए उन्‍हें डॉक्‍टर की सलाह पर टेस्‍ट के रूप में कुछ दिनों तक इनका सेवन करके देख लेना चाहिए। डॉक्‍टर ऐसी दिक्‍कतों को पहचान लेते हैं और उसी के हिसाब से इन गोलियों को सजेस्‍ट (doctor can understand this and give you medicines which is suitable for you) करते हैं।

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